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पैकेजिंग इंडस्ट्री में बढ़ गए हैं करियर के अवसर

कोविड-19 के बाद जैसे-जैसे उद्योग-कारोबार का विकास हो रहा है और उपहारों से खुशियाँ देने का प्रचलन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे पैकेजिंग उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में हर वस्तु के लिए पैकेजिंग की जरूरत होती है। छोटे उत्पादों से लेकर बड़े उत्पादों तक को अच्छी तरह से पैक करना जरूरी होता है।

पैकेजिंग के लुभावने स्वरूप ने बढ़ाए पैकेजिंग में मौके

इसमें कोई दो मत नहीं हैं कि पहले पैकिंग का प्रयोग केवल प्रोडक्ट के नयापन और उसकी गुणवत्ता को बनाये रखने और किसी भी तरह की टूटफूट से बचाने के लिए किया जाता था। लेकिन अब खरीदे गए सामान और उपहारों की इतनी आकर्षक पैकेजिंग होती है कि वह पैकिंग हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लेती हैं। पहले गिफ्ट आमतौर पर घर में ही पैक किए जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब हर छोटे-बड़े त्योहार, कार्यक्रमों आदि के लिए गिफ्ट डिजाइनर्स की मदद ली जाती है। वस्तुतः पैकेजिंग टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट और लॉजिस्टिक्स के बीच की एक कड़ी है। पैकेजिंग इंडस्ट्री का काम मैन्यूफैक्चरिंग, फार्मा, रिटेल, एफएमसीजी जैसे उद्योगों के लिए वैल्यू एडेड सर्विसेज देना है। पैकेजिंग अब ब्रांडिंग और उपभोक्ता से संवाद के माध्यम के तौर पर भी उपयोग किया जा रहा है। पैकेजिंग एक साइलेंट सेल्समैन का काम भी करती है। इस इंडस्ट्री की तेज ग्रोथ का सीधा संबंध उत्पादों की बिक्री से भी है। क्योंकि जब उत्पाद बिकेंगे, तो उनके पैकिंग और पैकेजिंग की मांग भी रहेगी। भारतीय बाजार में अब तेजी से उत्पादों की बिक्री के बीच पैकेजिंग इंडस्ट्री में करियर के मौके बढ़ रहे हैं।

पैकेजिंग उद्योग का बढ़ता बाजार आकार

इस समय पैकेजिंग इंडस्ट्री का बाजार छलांगे लगाकर आगे बढ़ रहा हैं। पिछले एक दशक में 200 प्रतिशत तक पैकेजिंग खपत बढ़ी है। पैकेजिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन आफ इंडिया के अनुसार भारत में पैकेजिंग इंडस्ट्री 22 से 25 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रही है। साल 2025 तक भारत में पैकेजिंग उद्योग करीब 32 अरब डॉलर सालाना का उद्योग बन जाएगा। यह बात भी महत्वपूर्ण है कि भारत ही नहीं पूरी दुनिया में पैकेजिंग उद्योग आगे बढ़ रहा है। वैश्विक पैकेजिंग-प्रिंटिंग बाजार का आकार वर्ष 2020 में करीब 352.01 अरब अमेरिकी डालर से बढ़कर वर्ष 2025 तक 433.40 अरब अमेरिकी डालर होने का अनुमान है। इस समय दुनिया में भारत पैकेजिंग इंडस्ट्री में पाँचवें नंबर पर है। वर्ष 2025 तक भारत के चौथे नंबर तक आने की संभावनाएँ हैं।

पैकेजिंग उद्योग में करियर की स्किल्स

पैकेजिंग फील्ड में करियर बनाने के लिए रचनात्मकता अभिरूचि जरूरी है। वस्तुतः प्रोडक्ट की पैकेजिंग एक कला है। प्रोडक्ट को लंबे समय तक बचा कर रखना एक महत्पूर्ण जरूरत होती है। इसलिए पैकेजिंग इंडस्ट्री में प्रोडक्ट को ध्यान में रखते हुए सही पैकेजिंग मैटीरियल का चुनाव, और विश्लेषण करना होता है, साथ ही डिजाइनिंग और क्रिएटिव स्किल्स का उपयोग कर पैकेट की डिजाइनिंग भी तैयार करना होती है, यही नहीं प्रोडक्ट पैकेजिंग की मज़बूती और टिकाऊपन की भी जाँच भी करनी होती है। पैकेजिंग इंडस्ट्री में करियर के लिए मैटीरियल, प्रोसेसिंग, डिजाइनिंग, क्वालिटी और पर्यावरणीय जागरूकता संबंधी नियमों आदि के बारे में भी जानकारी होना भी बहुत जरूरी है।

पैकेजिंग उद्योग में करियर के विविध आयाम

निसंदेह पैकेजिंग उद्योग बहुआयामी करियर का निर्माण करते हुए दिखाई दे रहा है। वस्तुतः ई-कामर्स कंपनियों के आने के बाद पहले की तुलना में पैकेजिंग इंडस्ट्री में करियर संभावनाएं काफी ज्या्दा बढ़ गई हैं। आकर्षक पैकेजिंग आजकल ब्रांडिंग और कम्युनिकेशन दोनों का माध्यम बन गई है। यही वजह है प्रत्येक उद्योग, चाहे वह फूड मैन्यूफैक्चरिंग से जुड़ा हो या फिर उपभोक्ता (एफएमसीजी) वस्तुओं के निर्माण से, उसे अपने उत्पादों की पैकेजिंग कराने के लिए प्रशिक्षित कुशल प्रोफेशनल की जरूरत होती है। पैकेजिंग उद्योग के तहत किसी शोरूम, गिफ्ट गैलरी आदि से जुड़कर भी अच्छा काम किया जा सकता है। मौजूदा समय में देश की कई बड़ी कंपनियां पैकेजिंग उद्योग में अपना योगदान दे रही है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों की बढ़ती लोकप्रियता और ग्राहकों के बीच ब्रांड के प्रति जागरूकता ने पैकेजिंग इंडस्ट्री में जान फूंक दी है। इस समय पैकेजिंग उद्योग में पैकेजिंग टेक्नोलॉजिस्ट, फील्ड टेस्ट इंजीनियर, प्रोसेस इंजीनियर और प्रोडक्ट लाइन इंजीनियर जैसे पदों की अधिक मांग बनी हुई है।

पैकेजिंग इंडस्ट्री में करियर से संबंधित प्रमुख कोर्स

पैकेजिंग इंडस्ट्री में अच्छे करियर के लिए 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स) के साथ 50 फीसदी नंबर जरूरी होते हैं। देश में इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैकेजिंग पैकेजिंग से संबंधित कोर्स संचालित करने वाला प्रमुख इंस्टिट्यूट है। पैकेजिंग इंडस्ट्री से संबंधित चार साल के अंडरग्रेजुएट कोर्स का विशेष महत्व है। देश के ज्यादातर प्रमुख कॉलेजों में एंट्रेंस एग्जाम या फिर जेईई मेंस और बिट सैट के नंबरों के आधार पर भी प्रवेश दिया जाता है। मास्टर इन पैकेजिंग टेक्नोलाजी, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन पैकेजिंग, सर्टि‍फाइड पैकेजिंग इंजीनियर कोर्स जैसे उपयोगी कोर्स का भी विशेष महत्व हैं। पैकेजिंग के दो वर्षीय मास्टर कोर्स में दाखिले के लिए बीई, बीटेक या बीएससी के स्टूडेंट प्रवेश ले सकते हैं। पैकेजिंग के कई संस्थानों द्वारा तीन माह की अवधि के सर्टिफिकेट कोर्स इन पैकेजिंग (आइटीसी) तथा छह महीने की अवधि के डिप्लोमा के कोर्स किसी भी विषय के स्टूडेट्स कर सकते हैं।

पैकेजिंग उद्योग में करियर के लिए आगे बढ़िए

देश के कोने-कोने में पैकेजिंग से संबंधित कोर्स कराने वाले कई इंस्टिट्यूट हैं। आप अपनी रुचि, योग्यता, क्षमता और अनुकूलता से किसी उपयुक्त संस्थान और उपयुक्त कोर्स का चयन करके पैकेजिंग इंडस्ट्री में करियर की डगर पर आगे बढ़ सकते हैं।

डॉ. जयंतीलाल भंडारी ( विख्यात करियर काउंसलर) 111, गुमास्ता नगर, इंदौर-9 (फोन- 0731 2482060, 2480090)