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नर्सिंग में छलांगे लगाकर बढ़े हैं करियर के मौके


यकीनन कोरोना संक्रमण के कारण नर्सिंग सेक्टर बड़ी डिमांड के क्षेत्र के रूप में उभरकर दिखाई दिया है। अब कोविड-19 के बाद जिस तरह स्वास्थ्य क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में स्वास्थ क्षेत्र के लिए अभूतपूर्व आवंटन किए जा रहे हैं, नए अस्पतालों और नए मेडिकल कॉलेजों के लिए बड़े आवंटन किए गए हैं, उससे नर्सिंग सेक्टर में करियर के मौके छलांगे लगाकर बढ़ने की संभावनाएँ दिखाई दे रही हैं।

तेजी से लगाकर बढ़ रहा है नर्सिंग सेक्टर

विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट 2021 के मुताबिक भारत में करीब 15.6 लाख नर्स और 7.72 लाख सहायक नर्स हैं। जबकि देश में नर्सिंग सेक्टर की नई जरूरतों के मुताबिक इससे दोगुने नर्सिंग स्टॉफ की जरूरत है। भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले लोगों में नर्सों की हिस्सेदारी सबसे अधिक 47 फीसदी होना नर्सों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। भारत में महिला नर्सों की हिस्सेदारी करीब 88 फीसदी और पुरुष नर्सों की हिस्सेदारी करीब 12 फीसदी है। देश और दुनिया में नर्सों की कितनी मांग बढ़ रही है, इसका अनुमान हाल ही में प्रकाशित स्टेट ऑफ द वर्ल्डस् नर्सिंग रिपोर्ट से लगा सकते हैं। इसके मुताबिक वर्ष 2030 तक विश्वभर में 57 लाख नर्सों की नई मांग बढ़ेगी।

नर्सिंग सेक्टर में करियर की शैक्षणिक जरूरतें

नर्सिंग में करियर बनाने के लिए फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी (पीसीबी) विषयों से बारहवीं पास होना पहली जरूरत है। नर्सिंग क्षेत्र में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के कई तरह के कोर्स कराए जाते हैं। बी.एससी. (नर्सिंग) कोर्स का विशेष आकर्षण है। यह पाठ्यक्रम चार वर्ष की अवधि का है। जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) के लिए भी न्यूनतम योग्‍यता बारहवीं है। यह तीन वर्ष की अवधि का कोर्स है। सहायक नर्स मिडवाइफ/हेल्थ वर्कर (एएनएम) का डिप्लोमा कोर्स दो वर्ष की अवधि का है तथा न्यूनतम योग्यता दसवीं पास है। इसी तरह कुछ संस्‍थानों द्वारा नर्सिंग सहायक (जनरल ड्यूटी असिस्टेंट) का शार्ट टर्म कोर्स भी कराया जाता है, जिसे बारहवीं के बाद किया जा सकता है। नर्सिंग क्षेत्र में बेहतर संभावनाओं के लिए कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, क्रिटिकल केयर आदि सुपर स्पेशलिटी में विशेष शिक्षण-प्रशिक्षण भी प्राप्त किया जा सकता है। जो युवा नर्सिंग के क्षेत्र में अध्यापन को अपना करियर बनाना चाहते हैं, वे बी.एससी. (नर्सिंग) करने के उपरांत एम.एससी. (नर्सिंग) कर सकते हैं, जो दो वर्ष का पाठ्यक्रम होता है।

वस्तुतः नर्सों की कार्यक्षमता के मुताबिक उनकी भूमिकाएँ कई प्रकार की होती है। हॉस्पिटल, नर्सिंग होम आदि में नर्सिंग का काम करने वाले को जनरल नर्स कहा जाता है। इनके मुख्य कार्य में डॉक्टर के काम में सहयोग, मरीजों की देखभाल, प्रशासनिक जिम्मेदारियाँ आदि शामिल होती हैं। मिडवाइफ श्रेणी में वे नर्स आते हैं, जिनकी विशेषज्ञता गर्भवती महिलाओं का ख्याल रखना और बच्चों के जन्म के दौरान सहायता मुहैया करना है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को चिकित्सकीय सेवाएँ उपलब्ध कराने वाले नर्सिंग से जुड़े युवा हेल्थ वर्कर कहलाते हैं।

नर्सिंग सेक्टर में करियर की विशेष स्किल्स

नर्स का कार्य मानव सेवा की भावना से ओत-प्रोत कार्य है। नर्स का कार्य सुनने में जितना सहज एवं आसान लगता है, वास्तव में यह उतना ही उत्तरादायित्वपूर्ण कार्य है। नर्स का स्वभाव दयालु होनी चाहिए, विषम परिस्थितियों में काम करने की क्षमता होनी चाहिए, सहनशक्ति और किसी भी ब्रेक के बिना लंबे घंटों तक काम करने की क्षमता होनी चाहिए। नर्स में धैर्य का गुण होना चाहिए, अच्छा संचार कौशल होना चाहिए, नर्स को अनुशासन एवं कार्य पर पूर्ण ध्यान केंद्रित करने के गुणों से युक्त होना चाहिए। एक कुशल नर्स रोगियों की भावनाओं तथा मनोविज्ञान को अच्छी तरह समझकर उनकी उचित देखभाल कर सकती है। नर्सिंग सेक्टर में अच्छा करियर बनाने के लिए कम्प्यूटर दक्षता और मनोविज्ञान की समझ भी लाभप्रद है।

नर्सिंग सेक्टर में करियर के मौके

निसंदेह नर्सिंग सेक्टर अपार संभावनाओं वाला करियर क्षेत्र हैं। कोरोना संक्रमण और स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते देश के कोने-कोने में जिस तरह से सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए व्यापक संसाधन जुटा रही है, लगातार नये-नये अस्पताल खुल रहे हैं, नर्सिंग होम्स तथा क्लीनिक्स खुल रहे हैं, उसी गति से नर्सिंग सेक्टर में करियर के मौके भी बढ़ रहे हैं। नर्सों के लिए बड़ी संख्या में नौकरी के मौके सरकारी और निजी अस्पतालों में हैं। अनाथाश्रम, वृद्धाश्रम, आरोग्य निवास एवं रक्षा सेवाओं, इन्डियन रेड-क्रॉस सोसाइटी आदि में भी रोजगार के विविध अवसर हैं। यूएस, कनाडा, इंग्लैण्ड तथा मिडिल ईस्ट सहित दुनिया के विभिन्न देशों में नर्सों के लिए अच्छे वेतन व सुविधाओं के साथ करियर के प्रचुर मौके उपलब्ध हैं।

निसंदेह कोरोनाकाल के बीच नर्सों की बढ़ती हुई माँग के बाद अब जस तरह से सरकार स्वास्थ्य ढाँचे को मजबूत कर रही है, उससे नर्सिंग सेक्टर और अधिक तेजी से बढ़ता हुआ चमकीला करियर विकल्प बन गया है। जो युवा नर्सिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें चाहिए कि वे देश के कोने-कोने में स्थित विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों में से अपनी उपयुक्तता के अनुरूप किसी गुणवत्तापूर्ण शिक्षण-प्रशिक्षण देने वाले कॉलेज का चयन करके अपने अनुकूल नर्सिंग कोर्स को सुनिश्चित करके नर्सिंग सेक्टर में करियर की चमकीली डगर पर आगे बढ़ें ।

डॉ. जयंतीलाल भंडारी ( विख्यात करियर काउंसलर) 111, गुमास्ता नगर, इंदौर-9 (फोन- 0731 2482060, 2480090)