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इस समय दुनिया के साथ-साथ भारत में भी तेजी से बढ़ते हुए ऑनलाइन गेमिंग में करियर के मौके छलांगे लगाकर आगे बढ़ रहे हैं।
ऑनलाइन गेमिंग में क्रिएट इन इंडिया की नीति
'वोकल फार लोकल' और 'मेक इन इंडिया' की नीति को प्राथमिकता पर लेकर चल रही सरकार एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग एंड कॉमिक (एवीजीसी) के क्षेत्र में भी 'क्रिएट इन इंडिया' की तर्ज पर आगे बढ़ रही है। डिजिटल इंडिया सरकार का मिशन है और तकनीक के साथ कदमताल करते हुए भारत अब एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग और कॉमिक के बढ़ते बाजार पर अपनी पकड़ बनाना चाहता है। इसके लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के द्वारा बनाए गए एवीजीसी टास्क फोर्स ने जनवरी 2023 में अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में एवीजीसी सेक्टर ने 2021 में 28 प्रतिशत की ग्रोथ पाई और अब आनलाइन गेमिंग के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। भारत विश्व के शीर्ष पांच सर्वाधिक संभावनाओं वाले देशों में शामिल हो गया है।
ऑनलाइन गेमिंग के बढ़ते बाजार के साथ बढ़ते करियर मौके
अब भारतीय प्लेयर्स अन्य देशों में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। गेमिंग रिपोर्ट इंडिया 2022 के अनुसार वर्ष 2022 में भारत में कुल गेमर्स की संख्या करीब 45 करोड़ है, जो 2025 में बढ़कर 70 करोड़ तक हो जाएगी। इसी साल 2023 के अंत तक भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री 2.6 अरब डॉलर की आंकी जा रही है, जिसके साल 2027 तक 8.6 अरब डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। चूंकि भारत की आबादी में युवाओं का बहुत बड़ा हिस्सा है, अतएव देश में इसका बाजार भी बड़ा है। देश में अभी गेम डेवलपमेंट के क्षेत्र में इंडिया गेम्स, ध्रुव इंटरैक्टिव, पाराडौक्स, वी-बीइंग जैसी कुछ प्रमुख कंपनियाँ काम कर रही हैं। इसके अलावा कई मल्टीनेशनल कंपनियाँ भी भारत में अपनी दस्तक दे चुकी हैं। देश में गेमिंग इंडस्ट्री की तेज तरक्की के पीछे सस्ते स्मार्टफोन्स एवं डाटा की उपलब्धता का बड़ा हाथ है। भारत में गेमिंग उद्योग के तेजी से आगे बढ़ने की प्रमुख वजह वीडियो गेम डेवलपमेंट पर अन्य देशों के मुकाबले कम धनराशि खर्च होना है।
अब ऑनलाइन गेमिंग में करियर के नए आयाम
खासतौर से वर्चुअल रियलिटी तथा आग्मेंटेड रियलिटी तकनीक ने वीडियो गेमिंग को तेजी से बढ़ाया है। वर्चुअल रियलिटी और आग्मेंटेड रियलिटी का मतलब है आभासी सच्चाई। यानी आपको सब कुछ असली-सा दिखेगा, लेकिन असल में वह आभासी होता है।
यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि कुछ साल पहले तक गेम्स प्लेग्राउंड्स में खेले जाते थे तथा कुछ गेम्स इंडोर खेले जाते थे और विभिन्न गेम्स खेलने वाले खिलाड़ी अपनी अलग-अलग पहचान बनाते थे। लेकिन अब नए दौर में अधिकांश गेम्स स्मार्टफ़ोन्स, लैपटॉप्स या कंप्यूटर पर वीडियो गेम्स के रूप में खेले जाते हैं। बच्चे आज गुल्ली-डंडा, कबड्डी, खो-खो जैसे खेलों से वाफिक हों या न हों, लेकिन सुपर मारियो, सुपर कान्ट्रा, बॉम्बर मैन जैसे वीडियो गेमों से वे भली भाँति परिचित होते हैं। वीडियो गेमिंग के जरिए बच्चे सुपर हीरो के साथ-साथ अपने हाथ-पैर चला सकते हैं। दुश्मनों से दो-दो हाथ कर सकते हैं। यही कारण है कि वीडियो गेम्स में नई पीढ़ी की रूचि लगातार बढ़ती जा रही है और इसी के साथ नए-नए गेम्स की माँग भी बढ़ती जा रही है।
ऑनलाइन गेमिंग करियर की स्किल्स
ऑनलाइन गेम बनाने की प्रक्रिया वैज्ञानिक ज्ञान, कलात्मक एवं रचनात्मक क्षमता का अनोखा मिश्रण है। वीडियो गेम के निर्माण में कलात्मक प्रतिभा, दिमागी कौशल ही नहीं बल्कि धैर्य का होना भी बहुत आवश्यक है। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि वीडियो गेमिंग के तहत चमकीले करियर के लिए वीआर/एआर टेक्नोलॉजी व कम्प्यूटर साइंस की बड़ी अहमियत है। तेजी से बढ़ रही मोबाइल गेमिंग के लिहाज से 5जी तकनीक की विस्तृत जानकारी होना भी गेमिंग क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आवश्यक है। आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस, मेटावर्स, वर्चुअल रियलिटी का भरपूर ज्ञान होना जरूरी है। कई घंटों का अभ्यास और ऑडियंस को अपने गेम में बांधे रखने का हुनर होना चाहिए । प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सी, सी ++, जावा, एमईएल, ब्लैकबेरी 2डी/ 3डी तथा गणित की अच्छी जानकारी रखनी होगी। इसी तरह अच्छी कम्युनिकेशन स्किल, विजुअलाइजेशन स्किल, ड्रॉइंग एप्टिट्यूड, कलर की समझ और टीमवर्क जैसी स्किल्स इस प्रोफेशन में आगे बढ़ने के लिए बहुत जरूरी है।
ऑनलाइन गेमिंग में करियर के मौके
ट्रिनिटी गेमिंग इंडिया के मुताबिक गेमर्स गेमिंग में कई प्रकार के करियर बना सकते हैं, जिसमें ईस्पोर्टस जर्नलिज्म, कंटेंट क्रिएशन, ईस्पोर्टस् जर्नलिज्मि,कंटेंट क्रिएशन, ईस्पोर्टस् एथलीट, टैलेंट मैनेजमेंट, मेंटरशिप और कोचिंग शामिल हैं। गेमर्स विज्ञापनों, गुड्स रेवेन्यू, प्लेटफॉर्म रेवेन्यू या स्पॉन्सरिशप से आने वाले पैसों से भी कमाई कर सकते हैं।
ऑनलाइन गेमिंग में करियर की शैक्षणिक जरूरतें
देश में 12वीं के बाद वीडियो गेमिंग में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री तथा पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री, एडवांस स्तर के कई कोर्स उपलब्ध हैं। एनिमेशन और मल्टीमीडिया कोर्स के अंतर्गत भी गेमिंग की जानकारी दी जाती है। कोर्स में ड्रॉइंग, डिजाइनिंग, प्रोडक्शन, प्रोग्रामिंग, लाइटिंग, एनिमेशन और डिजिटल आर्ट्स की जानकारी दी जाती है। कम्प्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर इंफॉर्मेशन सिस्टम्स या इससे जुड़े पाठ्यक्रम में बीटेक/बीएससी की डिग्रियाँ लाभप्रद होती हैं। वीडियो गेमिंग से संबंधित प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं- एडवांस डिप्लोमा इन गेम डिजाइन/ डेवलपमेंट, एडवांस सर्टिफिकेट इन गेम आर्ट एंड इंटीग्रेशन, सर्टिफिकेट कोर्स इन गेम डिजाइन, डिप्लोमा इन एनिमेशन, गेमिंग एंड स्पेशल इफेक्ट्स, बीएससी इन गेमिंग, एमएससी इन गेमिंग, पीजी डिप्लोमा इन गेम डिजाइन/ डेवलपमेंट, प्रोफेशनल डिप्लोमा इन गेम प्रोग्रामिंग।
कहाँ से करे ऑनलाइन गेमिंग कोर्स
मध्यप्रदेश और देश में वीडियो गेमिंग का कोर्स कराने वाले कई संस्थान हैं। उपयुक्तता के अनुरूप वीडियो गेमिंग से संबंधित किसी गुणवत्तापूर्ण संस्थान का चयन करके ऑनलाइन गेमिंग के करियर के मौकें मुठ्ठियों में लिए जा सकते हैं।
डॉ. जयंतीलाल भंडारी ( विख्यात करियर काउंसलर) 111, गुमास्ता नगर, इंदौर-9 (फोन- 0731 2482060, 2480090)