क्षेत्रीय इन्वेस्टर समिट ने स्थानीय स्तर पर युवाओं की प्रतिभाओं को पहचान देने का अवसर प्रदान किया है। इस क्रम में सागर में आयोजित हुई बुंदेलखंड हैकाथॉन -2024 मील का पत्थर साबित होगी। बुंदेलखंड हैकाथॉन-2024 में आज हम एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं, जहाँ से बुंदेलखंड की प्रतिभा पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करने वाली है। यह हैकॉथान सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि हमारे युवाओं के सपनों को उड़ान देने का मंच है। गर्व की बात है कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप देश बन गया है। अब सागर जैसे शहर इस स्टार्ट-अप क्रांति में अपनी अमिट छाप छोड़ने की तैयारी में है। इनके पास वही प्रतिभा, वही जुनून है जो दिल्ली या बेंगलुरु के युवाओं के पास है। बस जरूरत है अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने की।
इस हैकाथॉन में विकसित समाधान न सिर्फ सागर या बुंदेलखंड के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गेम-चेंजर हो सकते हैं। हर बड़ी कंपनी की शुरुआत एक छोटे से विचार से होती है।
उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड हैकाथॉन में 60 टीमों ने स्टार्ट-अप के माध्यम से भविष्य के समाधान प्रस्तुत किए। दो स्टार्ट-अप को ऑन स्पॉट फंडिंग ऑफर भी प्राप्त हुआ। स्टार्ट-अप प्रस्तुतीकरण में बुंदेलखंड की बेटियों ने भी अपनी प्रतिभा दिखाई। स्टार्ट-अप के अंतर्गत आवारा पशुओं के प्रबंधन के लिए नवीन समाधान, स्ट्रीट वेंडर्स के लिए प्रबंधन प्रणालियों, बुंदेलखंड के स्थानीय कलाकारों और शिल्प को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म, पारंपरिक प्लास्टिक के लिए टिकाऊ विकल्प, सरकारी नीतियों की जागरूकता और प्रदर्शन बढ़ाने के लिए ऐप्स, जल प्रबंधन और संरक्षण के लिए एआई आधारित समाधान तथा तकनीक का उपयोग करके कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए आईओटी उपकरण संबंधी स्टार्ट-अप के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया।