वर्ष 2022-23 अखिल भारतीय और प्रादेशिक कृति पुरस्कारों की घोषणा
साहित्य अकादमी, मप्र संस्कृति परिषद और मप्र शासन के संस्कृति विभाग ने वर्ष 2022-23 के लिए अखिल भारतीय और प्रादेशिक कृति पुरस्कारों की घोषणा की। इस वर्ष इंदौर के 16 लेखकों ने इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों में नाम दर्ज करवाया है।
साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने बताया वर्ष 2022 के अखिल भारतीय कृति पुरस्कारों में इंदौर के सुशील दोशी को उनकी कृति ‘आंखों देखा हाल’, डॉ. स्नेहलता श्रीवास्तव को ‘सौंदर्य लोक में’, शोभा जैन और डॉ. पवन मकवाना को नारद मुनि पुरस्कार से सम्मानित किया।
वर्ष 2002 के ही प्रादेशिक कृति पुरस्कारों में डॉ. गीता शर्मा को उनकी कृति ‘मुड़ के देखो मुझे’ के लिए नवाजा। दामिनी सिंह ठाकुर को ‘तिश्नगी’ तो लेखिका इंदु पाराशर का चयन ‘मेरी डायरी: रिश्ते मोती हो गए’ के लिए हुआ। डॉ. योगेन्द्रनाथ शुक्ल को उनकी कृति ‘लघुकथाओं का खजाना’ और प्रभु त्रिवेदी को ‘एक अकेला दीप’ के लिए सम्मानित किया गया।
वर्ष 2023 के लिए अमन व्यास, डॉ. वसुधा गाडगिल, जया सरकार, डॉ. वर्षा महेश को प्रादेशिक पुरस्कार के लिए चयनित किया। माधुरी व्यास, शशि पुरवार और रश्मि चौधरी भी उनकी कृति के लिए सम्मानित होंगी।