मीथेन का बड़ा उत्पादक बनेगा प्रदेश, सात ब्लाक में चल रहा खोज का काम प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश राघवेन्द्र कुमार सिंह ने प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। प्रदेश में आगामी 200 वर्ष के लिए कोयले का रिजर्व भंडार है। मध्य प्रदेश मीथेन का उत्पादन करने वाला बड़ा राज्य बनेगा। देश के कुल कोल बेड मीथेन (सीबीएम) का 40 प्रतिशत हिस्सा में मप्र में है। प्रदेश में सात ब्लाक में मीथेन की खोज (एक्सप्लोरेशन) का काम चल रहा है। सबसे नया सीबीएम ब्लाक दमोह के जिले के हटा का है। यहां भी खोज का काम चल रहा है। यह बात डायरेक्टर जनरल हाइड्रोकार्बन्स (डीजीएच) डा. पल्लवी जैन गोविल ने 17 अक्टूबर को भोपाल में माइनिंग कान्क्लेव में कही। प्रदेश में अपार खनिज संपदा है। एकमात्र ऐसा राज्य है जहां हीरे का उत्पादन होता है। हम मैंगनीज और कापर अयस्क उत्पादन में देश में प्रथम, राक फास्फेट में दूसरे, चूना पत्थर में तीसरे और कोयला उत्पादन में चौथे स्थान पर हैं। प्रदेश में आगामी 200 वर्ष के लिए कोयले का रिजर्व भंडार है।
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